- धन्वंतरि-वंदनाकेसाथविश्वआयुर्वेदकांग्रेसएवंआरोग्यप्रदर्शनीके 9वेंसंस्करणकागोवामेंमुख्यमंत्रीडॉप्रमोदसावंतनेगुरुवारकोकियाउद्घाटन

-आयुर्वेदकोप्रमाणिक,सस्तीऔरसमग्रचिकित्साप्रणालीकेरूपमेंविश्स्तरपरलेजानेकाप्रयास
Panaji / December 8, 2022

 - 8-11 दिसंबर, 2022 तकचलनेवालेइससम्मेलनमें 35 सेअधिकदेशोंके 400 प्रतिनिधियोंकेसाथ 5000 सेअधिकप्रतिनिधियोंकीभागीदारी

 -केंद्रीयआयुषसचिववैद्यराजेशकोटेजानेकहाआयुषमंत्रालयकेगठनकेबादहैहुईहैतेजप्रगति

 -  रविवारकोसमापनसमारोहप्रधानमंत्रीश्रीनरेंद्रमोदीकरेंगेसंबोधित

पंजिम (गोवा), 08 दिसंबर, 2022:आयुर्वेदकोएकप्रमाणिक ,सस्तीऔरसमग्रस्वास्थ्यदेख-भालप्रणालीकेरूपमेंवैश्विकस्तरपरप्रासितकरनेकेलक्ष्यकेसाथआयोजितविश्वआयुर्वेदकांग्रेसएवंआरोग्यप्रदर्शनीके 9वेंसंस्करणकागुरुवारकोधनवंतरि-वंदनाकेसाथयहांगोवाकेमुख्यमंत्रीडॉप्रमोदसावंतनेउद्घाटनकिया।

आयुषमंत्रालयऔरगैरसरकारीसंगठनविज्ञानभारतीयद्वारापिछलेकरीबदोदशकसेआयोजितकिएजारहेइससम्मेलनमेंपहलीबारविश्वस्वास्थ्यसंगठन (डब्ल्यूएचओ ) भीभागलेरहाहै।

केंद्रीयआयुषमंत्रीश्रीसर्बानंदसोनोवालऔरकेंद्रीयआयुषराज्यमंत्रीडॉ. मुंजपारामहेंद्रभाईकालूभाईव्यस्ताकेकारणइससम्मेलनेकेउद्घाटनसत्रमेंशामिननहींहोसके।वेयहांकलआनेवालेहैं।

मुख्यमंत्रीडॉसावंतनेकेंद्रसरकारकेलगातारसहयोगसेगोवाकोकहा , ‘ मुझेस्वयंएकआयुर्वेदिकचिकित्सकहोनेकेनातेऔषधीयवनस्पतियोंसेपरिपूर्णइसपरशुरामभूमि, गोमंतभूमिमेंविश्वआयुर्वेदसम्मेलनकेआयोजनपरअतिप्रसन्नताहै।उन्होंनेकहाकिआयुवैदिकचिकिस्ताप्रणालीदुनियाकोभारतकीदेनहै।प्रधानमंत्रीश्रीनरेंद्रमोदीनेयोगऔरआयुर्वेदजैसेहमारेपरंपरागतज्ञानकेखजानेप्रतिविश्वमेंजगारूकताबढ़ाकरभारतकोएकनयीऊंचायीपरपहुंचायाहै।मुख्यमंत्रीनेकहाकिप्रधानमंत्रीश्रीमोदीनेहीआजादीकेबाददेशमेंआयुषऔरभारतीयतथायूनानीचिकित्सापद्धतियोंकेलिएपहलीबारअलगमंत्रालयकीव्यवस्थाकी, इसक्षेत्रमेंएकएकहितधारककेरुपमेंगोवाआयुषमंत्रालयकेगठनकेलिएप्रधानमंत्रीमोदीकाऋणीरहेगा।

मुख्यमंत्रीनेकहाकिप्रधानमंत्रीश्रीमोदीलगातारप्रयाससेसंयुक्तराष्ट्रमहासंघनेमानवताकेकल्याणकेलिए 21 जूनकोअंतरराष्ट्रीययोगदिवसकेरूपमेंघोषितकियाहैऔरदुनियाके 118 देशोंमेंयोगदिवसमनायाजारहाहै।

मुख्यमंत्रीनेदुनियाकेलोगोंकोआयुषआधारितचिकिस्ताऔरस्वास्थ्यसंवर्धनकेलिएआयुषवीजाजारीकरनेकरनेकीप्रधानमंत्रीश्रीमोदीकीसोचकीसराहनीयकी।उन्होंनेगोवामेंआयुषचिकित्साकेबड़ेअवसरोंकीओरसंकेतकरतेहुएकहाकिउनकेराज्यकोकेंद्रसरकारकेसहयोगसेदेशकादूसराअखिलभारतीअंयुविज्ञानसंस्थानऔरआयूषअस्पालामिलाहै।यहांस्नातकएवंस्नातकोत्ततथापीएचडीकेपाठ्यक्रमहोंगेऔरइनमेंगोवाराज्यकेविद्यार्थियोंको 50 प्रतिशतआरक्षणप्राप्तहोगा।

मुख्यमंत्रीनेकहा ,‘हमसौभग्यशालीहैकिहमारेहीराज्यकेश्रीयुतश्रीपादनायिकदेशकेपहलेआयुषमंत्रीबनेथे।आयुर्वेद, सिद्ध, होमोपैथीऔरयूनानीचिकित्सापद्धतियोंकोप्रचारितकरनेमेंउनकायोगदानसराहनीयहै।गोवाकेमुख्यमंत्रीनेकहा , ‘ मेरीरायमेंआयुर्वेदविश्वस्तरपरभारतकासबसेबड़ाब्रांडएम्बेसडरहैऔरइसकाप्रचारप्रसारकरनाहमाराकर्तव्यहै।

मुख्यमंत्रीडॉसावंतनेविश्वासजतायाकिइससम्मेलनकीचार्चदिनकीचर्चासेआयुर्वेदचिकित्साप्रणालीकेविश्वस्तरपरप्रचारप्रसारकीदिशामेंनयीठोसपहलहोगी।

आयुषमंत्रालयकेपहलेप्रभारीमंत्रीरहेकेंद्रीयबंदरगाहरऔरपर्यटनमंत्रीश्रीयुतश्रीपादयशोनाइकनेउद्घाटनसत्रकोसंबोधितकरतेहुएकहाकिभारतीयमनीषियोंकीभावनारहीहैकिज्ञानकाप्रयोगमानवकल्याणकेजिएहोनाचाहिए।उन्होंनेकहाकिश्रीमोदीनेप्रधानमंत्रीपदग्रहणकरनेकेबादजोपहलेकामकिएउनमेंआयुषमंत्रालयकागठनभीहै।आजजिसतरहआयुषकाविकासहोरहाहैउसकेलिएप्रधानमंत्रीधन्यवादकेपात्रहैं।उन्होंनेयोगतथाआयुवेदजैसीज्ञानकीभारतीयपद्धतियोंकोजिसतरहदुनियाकेसामनेरखाहैवहहमारेप्रचानमनीषियोंकीइसभावनाकेअनुरूपहैकिहमारेपरजोकुछभीहैवहविश्वकल्याणकेलिएहै।

उद्घाटनसत्रमेंआयुषमंत्रालयकेसचिवश्रीराजेशकोटेचानेकहाकिआयुषमंत्रालयकेगठनकेबादपिछलेइसक्षेत्रमेंतेजीसेप्रगतिहोरहीहै।उन्होंनेबतायाकिआयुषमंत्रालयकेगठनकीघोषणाप्रधानमंत्रीश्रीमोदीद्वारा 2014 मेंनयीदिल्लीकीविश्वआयुर्वेदकांग्रेसकेसमापनमेंकीगयीथी।इनआठवर्षोंमेंमंत्रालयकाबजटपांचगुनाबढ़गयाहै।श्रीकोटेचानेकहा  “जब 2014 मेंआयुषमंत्रालयस्थापितकियागयाथा, तोभारतकीपारंपरिकऔषधिएवंस्वास्थ्यप्रणालियोंकेप्रोत्साहनकेलिएइसमंत्रालयकाबजट 691 करोड़रुपयेथा।आजयहप्रस्तावित 3,600 करोड़रुपयेहै।उन्होंनेकहाकिइसदौरानआयुषकेक्षेत्रमेंविनिर्माणमेंभीहुईउल्लेखनीयप्रगतिहुईहै।आयुषसचिवनेइसीसंदर्भमेंकहा, "सीआईआईकेएकअध्ययनकेअनुसार  2014 मेंआयुषक्षेत्रकाउत्पादनतीनअरबडॉलरथा।यह 2022 मेंबढ़कर 18 अरबडॉलरकेबराबरहोगयाहै। "

उन्होंनेकहा 2020 कीगर्मियोंमें, जबमहामारीनेदुनियाकोहालकेदिनोंमेंसबसेखराबस्वास्थ्यसंकटदिया, भारतनेअपनीपारंपरिकदवाओंकोनएकोरोनोवायरसकाप्रतिरोधकरनेमेंसहायकपाया।उन्होंनेकहाकि "हमारेकोविडप्रबंधनप्रयासोंनेअच्छाकामकिया, जिससेदेशकी 90 प्रतिशतआबादीवैकल्पिकदवाओंकाउपयोगकरनेकेलिएप्रेरितहुई।"

श्रीकोटेचानेकिभारतविश्वस्वास्थ्यसंगठनकेसहयोगसेजामनगर (गुजरात) मेंआयुषकेग्लोबलसेंटरफॉरट्रेडिशनलमेडिसिनकीस्थापनाकररहाहै।यहकेंद्रभारतकीपरम्परागतचिकित्साप्रणालियोंकेइसक्षेत्रमेंतकनीकीप्रगतिऔरसाक्ष्य-आधारितअनुसंधानकाएकउत्कृष्टकेंद्रहै, औरइससेजिससेभारतकीवैकल्पिकप्रणालियोंकोवैश्विकमान्यतामिलनेमेंबड़ीसहायतामिलेगी।उन्होंनेकहाकि , "देशकेभीतर, इससंस्थानकोआईआईटी, आईआईएमयाएम्सकेबराबरदर्जाप्राप्तहोगा।श्रीकोटेचानेयहभीबतायाकिप्रधानमंत्रीश्रीमोदीइससम्मेलनकेसमापनसत्रमेंइससस्थानकेगोवा, नरेला (दिल्ली) औरगाजियाबादमेंतीनसेटेलाइटकेंद्रोंकीघोषणाकरेंगेजोक्रमशआयुष, होम्योपैथीऔरयूनानीचिकिम्सापद्धतिकेक्षेत्रमेंकामकरेंगे।"

इसअवसरपरज्ञानभारतीकेमार्गदर्शकश्रीसुनीलआंबेकरनेकहा , ‘विश्वआयुर्वेदसम्मेलनविश्वकोआयुर्वेदकीशुद्धपरम्पराकेप्रतिजागृतकरनेकाहमाभियानहै।उन्होंनेइसअभियानमेंकेंद्र , राज्यसरकारोंऔरउत्पादकोंकेसहयोगकेलिएउनकाधन्यवाददिया।उन्होंनेकहाकियोगऔरआयुर्वेदजैसेभारतकेपरंपरागतज्ञानकोउभाराजाएतोयेसम्पूर्णमानवताकेकल्याणकाबड़ासाधनहोसकतेहैं।

श्रीआंबेकरनेकहाकिआयुर्वेदिकप्रणालीकीशुद्धताकेलिएसंस्कृतकेसाथइसकेसंबंधकेमहत्वकोसमझनाऔरउसकोबरकाररखनामहत्वपूर्णहै।

श्रीआंम्बेकरनेनयीपीढ़ीमेंचिकित्साकेपरम्परागतनुस्खोंकाज्ञानबढ़ानेकेलिएविद्यार्थियोंकेबीचप्रतिस्पर्धाएंआयोजितिकरनेकीसलाहभीदी।

उद्घाटनसमारोहमेंअन्यवक्ताओंमेंपंजाबकेस्वास्थ्यऔरपरिवारकल्याण, चिकित्साशिक्षाऔरअनुसंधानमंत्रीश्रीचेतनसिंहजौरामाजरा, उत्तरप्रदेशकेआयुषराज्यमंत्रीदयाशंकरमिश्रा, विज्ञानभारतीकेसचिवश्रीप्रवीणरामदास, डब्ल्यूएसीकेमहासचिवश्रीअनूपशामिलथे।

डब्ल्यूएसीकेप्रबंधन्यासीजयप्रकाशनारायणनेउद्घाटनसत्रमेंधन्यवादज्ञापनप्रस्तुतकिया।

उद्घाटनसमारोहमेंअन्यवक्ताओंमेंपंजाबकेस्वास्थ्यऔरपरिवारकल्याण, चिकित्साशिक्षाऔरअनुसंधानमंत्रीश्रीचेतनसिंहजौरामाजरा, उत्तरप्रदेशकेआयुषराज्यमंत्रीदयाशंकरमिश्रा, विज्ञानभारतीकेसचिवश्रीप्रवीणरामदास, डब्ल्यूएसीकेमहासचिवश्रीअनूपशामिलथे।

डब्ल्यूएसीकेप्रबंधन्यासीजयप्रकाशनारायणनेउद्घाटनसत्रकेअंतमेंधन्यवादप्रस्तावरखा।

इससत्रमेंवक्ताओंनेकहाकियहआयोजनतेजीसेवैश्विकपहुंचकेसाथएकप्रामाणिकऔरसस्तीसमग्रउपचारप्रणालीकेरूपमें, आयुर्वेदमेंनईगतिशीलतालानेकीकोशिशमेंकियाजानेवालाप्रयासहै।इसमेंआयुर्वेदिकचिकित्सापद्धतिकेशिक्षकों , छात्रों , चिकित्सकोंऔरउत्पादककंपनियोंकेअलावाऔषधीयवनस्पतियोंकीखेतीकरनेवालेकिसानभीभागलेरहेहैं।

आयोजकोंनेकहाकिविज्ञानभारतीकीएकपहल, विश्वआयुर्वेदफाउंडेशन, केंद्रीयआयुषमंत्रालयऔरगोवासरकारकेसहयोगसेआयोजितयहसम्मेलनआयुर्वेदकेवैश्वीकरणकेलिएएकदिशा-निर्देशतैयारकरनेऔरएकविश्वसनीय, वैज्ञानिकऔररोकथाम-उन्मुखस्वास्थ्यदेखभालप्रणालीकेरूपमेंइसकीक्षमताकाउपयोगकरनेकाप्रयासकरेगा।

पहलीबारसंयुक्तराष्ट्रकाविश्वस्वास्थ्यसंगठनइससम्मेलनमेंभागलेरहाहै।इसमेंछहपूर्णसत्रोंऔरसमवर्तीसत्रोंकेअलावा 20 उसेजुड़ेकार्यक्रमभीहोंगेजिनमेंअंतर्राष्ट्रीयप्रतिनिधियोंकीसभा, पारंपरिकदवाओंपरडब्ल्यूएचओकार्यक्रमऔरगुरु-शिष्यबैठकजैसेकार्यक्रमशामिलहैं।इसकेअलावा, मौखिक, -पुस्तकऔरपोस्टरप्रस्तुतियोंकेलिएलगभग 3,800 परचोंकेसारांशभीप्रस्तुतकिएजाएंगे।

विचार-विमर्शकिएजानेवालेप्रमुखविषयमेंआयुर्वेदकेदायरेकाविस्तारनएयुगकीसंभावनाएं (एक्सपेंडिंगदस्कोपऑफआयुर्वेद-न्यूएजप्रोस्पेक्ट्स); नवाचारऔरउद्यमिता; (इनोवेशंसएंडएंटरप्रेन्योरशिप)आयुर्वेदशिक्षा; (आयुर्वेदएजुकेशन), आयुरसूचनाविज्ञान; (आयुरइंर्फोमेटिक्स), नवाचारपारिस्थितिकीतंत्र; ( इनोवेटिवईको-सिस्टम) स्वास्थ्यऔरपर्यावरण; (हेल्थएंडएनवॉयरमेंट) औरभारतमेंउपचार (हीलइनइंडिया) जैसेविषयशामिलहैं।

कोविड-19 महामारीकेमद्देनजरचुनौतीपूर्णस्वास्थ्यचुनौतियोंकीपरिप्रेक्ष्यमें, चर्चाकाएकप्रमुखविषय 'आयुर्वेदकेसाथमहामारीकासामनाकरना' भीहै।

सम्मेलनमेंयहांचारदिनमेंआयुर्वेदकीदुनियासेजुड़े150आमंत्रितमुख्यवक्ताहोंगे।

आरोग्यप्रदर्शनीमेंइसआयोजनमेंक्रेता-विक्रेताबैठकभीहोरहीहैं।प्रदर्शनीमेंबैद्यनाथ, डाबर, हिमालय, जीवाआयुर्वेद, महर्षिआयुर्वेद, केरलआयुर्वेद, चरक, इमामी, निरोगस्ट्रीट, नागार्जुनहर्बलकॉन्सेंट्रेट,संडूफार्मास्युटिकल्स, श्रीधूतपापेश्वरलिमिटेड, श्रीश्रीततवा, एसकेएमसिद्धा, सोमाथीरम, वैद्यरत्नमऔरश्रीश्रीआयुर्वेद, जैसेप्रमुखआयुर्वेदिकदवानिर्माताओंऔरवेलनेससंस्थानोंकेगुणवत्तावालेउत्पादोंऔरसेवाओंकोप्रदर्शितकियागयाहै।

विदेशीकंपनियोंमेंफ़्लूरहिमालया (नेपाल); इंटरनेशनलइंस्टीट्यूटऑफसॉल्यूशंसऔरएलवाईबीएल - लिवयोरबेस्टलाइफ (दोनोंअमेरिकासे), औरअलवेदालाइफ (रूस) प्रमुखहैं।

भारतमेंआयुष (आयुर्वेद, योगऔरप्राकृतिकचिकित्सा, यूनानी, सिद्धऔरहोम्योपैथी) क्षेत्रकाबाजारजो 2014 में 300 करोड़अमरीकीडॉलरथावहअबबढ़कर 1800 करोड़अमरीकीडॉलरसेअधिकहोगयाहै, यानीकिइसमेंछहगुनाकीअभूतपूर्ववृद्धिहुईहै। 2014-2020 केदौरान, आयुषउद्योगमेंसाल-दर-साल 17प्रतिशतकीवृद्धिहुई, जबकिआयुर्वेदबाजारमें 2021-2026 तक 15प्रतिशतसीएजीआर (सालानाचक्रवृदिधदर) सेबढ़नेकाअनुमानहै।

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