प्रधानमंत्री11दिसंबरकोपणजीमेंविश्वआयुर्वेदकांग्रेसकेसमापनसमारोहकोसंबोधितकरेंगे

8 से 11दिसंबर को होने वाले कार्यक्रमका मुख्य केंद्रबिंदु— एक स्वास्थ्यकेलिएआयुर्वेद
Panaji / December 5, 2022

प्रधानमंत्रीश्रीनरेंद्रमोदी11दिसंबरकोयहां9वींविश्वआयुर्वेदकांग्रेसऔरआरोग्यएक्सपोकेसमापनसत्रकोसंबोधितकरेंगे।

8दिसंबरसेशुरूहोनेवालाचारदिवसीयसम्मेलनआयुर्वेदकेप्रमुखचिकित्सकोंऔरदुनियाभरकेहितधारकोंकीएकपूरी श्रृंखला कोएकसाथलाएगा।

मुख्यमंत्रीडॉ. प्रमोदसावंतऔरकेंद्रीयआयुषमंत्रीश्रीसर्बानंदसोनोवालइसबैठककाउद्घाटनकरेंगे। इसमें मुख्यरूपसेगंभीरस्वास्थ्यचुनौतियोंसेजूझरहीदुनियामेंसमग्रऔरजांची-परखीभारतीयस्वास्थ्यप्रणालीकीबढ़तीप्रासंगिकतापरध्यानकेंद्रितकिया जाएगा। करेगी।

केंद्रीयपर्यटनराज्यमंत्रीश्रीश्रीपादयेसोनाइकऔरकेंद्रीयआयुषराज्यमंत्रीडॉ. मुंजपारामहेंद्रभाईकालूभाईभीइस बैठककोसंबोधितकरेंगे।

सम्मेलनकामुख्य विषय है‘एक स्वास्थ्यकेलिएआयुर्वेद’, जोआचार्यचरकजैसेप्राचीनसंतोंद्वारापरिकल्पितकल्याणकेदर्शनकोसमाहितकरताहै।

सम्मेलनकाआयोजन, विज्ञानभारतीकीएकपहल, विश्वआयुर्वेदफाउंडेशन, केंद्रीयआयुषमंत्रालयऔरगोवासरकारकेसहयोगसेकररहाहै।

सम्मेलनकामहत्वइसलिएबढ़गयाहैक्योंकिऐसेसम्मेलनका आयोजन तभी किया जाता है जबदुनियाभरकेलोगआयुर्वेदकी ओर लौटते हैंऔरउन पारंपरिकऔषधीयऔरकल्याणप्रणाली(वेलनेस सिस्टम) के प्रति अपनादिखाते हैं, जिसनेसदियोंसेअपनीगुण-कारिताको साबितकरता आ रहा है।

पारंपरिकवेलनेस सिस्टम परसबसेबड़ावैश्विकसम्मेलन होने के कारण, इसकार्यक्रममें5000सेअधिकआयुर्वेदहितधारकों सहित उद्योगजगतकेदिग्गज, चिकित्सक, पारंपरिकचिकित्सक, शिक्षाविद, छात्र, दवानिर्माता, औषधीयपौधोंकेउत्पादककेसाथ-साथविश्वभरकेमार्केटिंगरणनीतिकारभागलेंगे।

इसमें35देशोंके150आमंत्रितमुख्यवक्ताऔर600विदेशीआयुर्वेदहितधारक हिस्सा लेंगे।यहआयोजनप्रमुखआयुर्वेदिकदवानिर्माताओंऔरकल्याण (वेलनेस)संस्थानोंसेगुणवत्तावालेउत्पादोंऔरसेवाओंकोप्रदर्शितकरनेवालेक्रेता-विक्रेताबैठककीभीमेजबानीकरेगा।

सम्‍मेलनके दौरान अनेक सत्र होंगे, जिसमेंप्रभावशालीवक्ता एकत्र होंगे, व्याख्यान देने के लिए लोगों को आमंत्रित किया जाएगा, सफलताकीकहानियोंकावर्णन किया जाएगा, आयुर्वेदएक्सपोऔरआयुर्वेदपरएकवृत्तचित्रफिल्मसमारोहसहितसांस्कृतिककार्यक्रमभी इसमें होंगे।

विचार-विमर्शकिएजानेवालेप्रमुखविषयोंमेंआयुर्वेदकेदायरेकाविस्तार- नएयुगकीसंभावनाएं, नवाचारऔरउद्यमिता, आयुर्वेदशिक्षा,

आयुरसूचनाविज्ञान, नवाचारपारिस्थितिकीतंत्र, भारतमेंस्वास्थ्यऔरपर्यावरणऔरउपचारशामिलहैं।

केंद्रीयआयुषमंत्रालय (आयुर्वेद, योग, प्राकृतिकचिकित्सा, यूनानी, सिद्धऔरहोम्योपैथी) के सचिव श्रीराजेशकोटेचा, औरजैवप्रौद्योगिकीविभागकेसचिवडॉ. राजेशगोखलेसत्रोमेंवक्ताओं के रूपमेंशामिलहोंगे।

मानवता को चुनौती देने वाली कोविड- 19महामारीजैसीगंभीरस्वास्थ्यचुनौतियोंको ध्यान में रखकर आयोजितहोनेवाला इस सम्मेलन मेंचर्चाकाएकप्रमुखविषय है'आयुर्वेदकेसाथमहामारीकासामनाकरना।'

इस सम्मेलनकामुख्यविषय है—एकस्वास्थ्यकेलिएआयुर्वेद- इस बात की पुष्टि करताहैकिमनुष्यकास्वास्थ्यसभीजीवितप्राणियोंकेस्वास्थ्यऔरहमारेसाझापर्यावरणसेनिकटतासेजुड़ाहुआहै।आयुर्वेदकेग्रंथोंमेंनिहितस्वास्थ्यकायहदर्शन5000वर्षपुरानाहै।

दुनियाकीपहलीआयुर्वेदनिर्माणकंपनीधूतापापेश्वरकेप्रमुखरंजीतपुराणिकनेकहा, “दुनियाभरमें, पारंपरिकस्वास्थ्यदेखभालप्रणालियोंकीओररुझानबढ़रहाहै।उनपारंपरिकदवाओंमें, आयुर्वेदमनऔरशरीरदोनोंकेलिएसमग्रस्वास्थ्यदेखभालसमाधानप्रदानकरताहै।”

इसआयोजनकेमुख्यसंरक्षक मुख्यमंत्रीडॉप्रमोदसावंत नेकहा, “गोवाउस समय कांग्रेसकीमेजबानीकररहाहैजबराज्यनेवैश्विकआयुर्वेदऔरकल्याणपर्यटनकेंद्रकेरूपमेंउभरनेकीमहत्वाकांक्षीयात्राशुरूकीहै।”

डॉ.सावंतनेकहाकियहध्यानरखनामहत्वपूर्णहैकिपर्यटन, स्वास्थ्यऔरकल्याणकेंद्रोंकोविकसितकरनेकेलिएप्रधानमंत्रीद्वाराघोषितआयुषवीजासेदेशकोलाभहोगा।

डब्ल्यूद्वाराअपनेपिछलेसम्मेलनोंमेंबनायागयासकारात्मकप्रभावइस बार भी देखने को मिलेगा। आयोजकोंनेकहाकियहकार्यक्रमछात्रों, हितधारकों, चिकित्सकोंऔरविशेषज्ञोंकोसीखनेऔरविचारोंकाआदान-प्रदानकरनेकेलिएसबसेबड़ामंचप्रदानकरताहै।

 

 

Photo Gallery