केरल के नेक्स्टजेन ई-हॉस्पिटल और एएचआईएमएस 2.0 पोर्टल को राष्ट्रीय आयुष कार्यशाला में सराहना मिली

Kottayam / September 19, 2025

कोट्टायम, 19 सितंबर: केरल के अभिनव नेक्स्टजेन ई-हॉस्पिटल और एएचआईएमएस (A-HiMS) पोर्टल की आज एक अग्रणी राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रशंसा हुई, जहां विशेषज्ञों ने आयुष क्षेत्र के डिजिटलीकरण में केरल की सर्वोच्चता की पुष्टि की।

नेक्स्टजेन ई-हॉस्पिटल एक वन-स्टॉप सॉल्यूशन (एक ही स्थान पर सभी सेवाएं मिलना) है जो मरीजों को एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अस्पतालों और डॉक्टरों से जुड़ने में मदद करता है।

A-HiMS 2.0 (आयुष होम्योपैथी सूचना प्रबंधन प्रणाली) एक व्यापक आईटी प्लेटफॉर्म के रूप में उभरा है जो आयुष सुविधाओं में स्वास्थ्य सेवा वितरण और रोगी देखभाल के सभी कार्यों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करता है, जैसा कि आज संपन्न हुए ‘आईटी सॉल्यूशंस फॉर द आयुष सेक्टर’ ('आयुष क्षेत्र के लिए आईटी समाधान') में वक्ताओं ने बताया।

केरल सरकार के भारतीय चिकित्सा पद्धति विभाग (आईएसएम) के नोडल अधिकारी (आईटी) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनेश कुमार ई. ने कहा कि केरल ने भारतीय चिकित्सा पद्धति विभाग (आईएसएम) में ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में "अत्यधिक प्रगति" की है।

कोट्टायम जिले के कुमारकोम में आयोजित कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति में,  उन्होंने  बताया कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) पर आधारित स्व-ओपीडी पंजीकरण प्रणाली, स्कैन एंड शेयर, ने "काउंटरों पर भीड़भाड़ और शिकायतों को काफी कम किया है"।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने देश भर के 134 अस्पतालों को एबीडीएम मॉडल सुविधाओं के रूप में चुना था, और उनमें से 3 अस्पताल केरल के हैं। वे हैं डिस्ट्रिक्ट आयुर्वेद हॉस्पिटल वर्कला (तिरुवनंतपुरम जिला), गवर्मेंट आयुर्वेद हॉस्पिटल अयूर (कोल्लम जिला) और गवर्मेंट यूनानी डिस्पेंसिरी मोगराल (कासरगोड)। एर्नाकुलम जिले ने सभी 82 सुविधाओं में नेक्स्टजेन कार्यान्वयन पूरा कर लिया है।

उन्होंने अपनी प्रेजेंटेशन में बताया कि आईएसएम विभाग का एक व्यापक नेटवर्क है जो राज्य भर में 818 औषधालयों, 131 अस्पतालों, 67 उप-केंद्रों और 18 आदिवासी औषधालयों को जोड़ता है ।

"आगे बढ़ते हुए हमें आईएसएम सुविधाओं के पूर्ण डिजिटलीकरण, हर सुविधा में सभी मॉड्यूल का पूर्ण उपयोग, स्कैन-एंड-शेयर सुविधाओं का उपयोग करके सुविधाओं में ABHA-आधारित ओपीडी पंजीकरण को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखना होगा," उन्होंने कहा ।

ABHA आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता है, जिसे एक अद्वितीय 14-अंकीय संख्या के रूप में दिखाया गया है जो विभिन्न स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के बीच स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सुरक्षित रूप से संग्रहीत और साझा करना संभव बनाता है।

राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) केरल द्वारा राज्य के आयुष विभाग और केंद्रीय आयुष मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में आयुष के लिए एक व्यापक डिजिटल ढांचा विकसित करने की दिशा में स्पष्ट चर्चा और सहकर्मी सीखने की सुविधा प्रदान की गई।

डॉ. मनेश कुमार ने बताया कि नेक्स्टजेन ई-हॉस्पिटल आईएसएम अस्पतालों में कार्यान्वित एक एबीडीएम-अनुरूप एचएमआईएस समाधान है, जिसे मरीजों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड के डिजिटल प्रबंधन के लिए डिज़ाइन किया गया है। क्लिनिकल वर्कफ़्लो और अन्य अस्पताल संचालन को सुव्यवस्थित करके, यह प्रणाली एबीडीएम के दिशानिर्देशों का पालन करती है, जिससे निर्बाध डेटा विनिमय और डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड एकीकरण सुनिश्चित होता है।

एबीडीएम-अनुरूप एचएमआईएस समाधान स्वास्थ्य सुविधाओं को मरीजों के लिए एबीएचए-लिंक्ड स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने और प्रबंधित करने में सक्षम बनाते हैं, जिससे एक अधिक कुशल और डिजिटल रूप से सक्षम स्वास्थ्य सेवा पारिस्थितिकी तंत्र की सुविधा मिलती है।

होम्योपैथी क्षेत्र की बात करें तो, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एएचआईएमएस 2.0 के उन्नत संस्करण ने केरल में ई-गवर्नेंस के माध्यम से अस्पताल प्रबंधन को बढ़ाने में मदद की है।

कायमकुलम स्थित सरकारी होम्योपैथी अस्पताल के एएचआईएमएस नोडल अधिकारी और चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल एस.के. ने कहा कि होम्योपैथी विभाग के सरकारी क्षेत्र में 743 संस्थान, 409 प्राथमिक-स्वास्थ्य केंद्र और 1,100 औषधालय हैं।

"ये सभी विशाल चिकित्सा डेटा उत्पन्न करते हैं। इनसे निपटने के लिए, हमने AHiMS विकसित किया है, जो हमारे संस्थानों की सभी गतिविधियों के संपूर्ण डेटा संग्रह पर केंद्रित है," उन्होंने कहा।

उन्होंने आगे कहा कि केरल राज्य डिजिटल मिशन ने सभी मॉड्यूल को एकीकृत करके अस्पताल प्रबंधन पर अधिक ध्यान केंद्रित किया है।

डॉ. राजेशकुमार के.पी., अजनूर (कासरगोड) स्थित सरकारी होम्योपैथी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, और डॉ. शकीर अली ने भी इस अवसर पर अपनी बात रखी।

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