इंडिया इंटरनेशनल सीफूड शो 2023 की मेजबानी करेगा कोलकाता

इंडिया इंटरनेशनल सीफूड शो 2023 की मेजबानी करेगा कोलकाता
Kolkata / August 12, 2022

कोलकाता, 12 अगस्त : समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए ) ने  सीफूड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईएआई) के साथ मिलकर सीफूड सेक्टर में भारत की जबरदस्त प्रगति और उसके सभी पहलुओं को अगले वर्ष 15 से 17 फरवरी तक कोलकाता में 23वें इंडिया इंटरनैशनल सीफूड शो (आईआईएसएस) में प्रदर्शित करेगा ।

एमपीईडीए के अध्यक्ष डॉ. के एन राघवन और एसईएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगदीश फोफंडी ने आज यहां एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की।

डॉ.राघवन ने कहा कि कोलकाता में विशाल बिस्वा बंगला मेला प्रांगन में आयोजित होने वाला समुद्री खाद्य क्षेत्र में द्विवार्षिक शोपीस ईवेंट, भारतीय निर्यातकों और देश के समुद्री उत्पादों के विदेशी आयातकों के बीच बातचीत के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा ।

“ यह निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और उनकी प्रसंस्करण मशीनरी, पैकेजिंग सिस्टम, प्रसंस्करण घटक डीलरों और कोल्ड चेन सिस्टम के लिए व्यावसायिक सौदे करने का अवसर प्रदान करेगा। इसके अलावा, लॉजिस्टिक्स और सर्टीफ़ाइंग/ टेस्टिंग सेगमेंट जैसे सेवा प्रदाताओं को भी इसमें शामिल होने  का अवसर मिलेगा” ।

यह आयोजन नए अवसरों को ढूँढने और वैश्विक बाजार में विभिन्न तकनीकों और उत्पादों को पेश करने के व्यापक अवसर भी प्रदान करता है। एक अन्य उद्देश्य प्राथमिक उत्पादन, प्रसंस्करण और परिवहन जैसे समुद्री खाद्य उत्पादों की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में स्थिरता के प्रति देश की प्रतिबद्धता को उजागर करना है। यह निर्यात के लिए उत्पादों के प्रसंस्करण और पता लगाने और मूल्यवर्धन में नई तकनीकों पर भी विचार करेगा ।

श्री फोफंडी ने कहा कि आईआईएसएस विश्व स्तर पर प्रमुख सीफूड शो में से एक के रूप में उभरा है। “आईआईएसएस 2023 देश में समुद्री खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अपनाई जाने वाली प्रौद्योगिकीय विकास और चिरस्थाई  प्रथाओं को उजागर करेगा। भारतीय समुद्री खाद्य प्रसंस्करणकर्ताओं  ने मत्स्यन और कृषि  क्षेत्रों के सहयोग से  इसे चिरस्थायी लीग में बड़ा बना दिया है। इसके अलावा, प्रसंस्करण उद्योग हमेशा मूल्यवर्धन के लिए अपने प्रौद्योगिकीय बैकअप को अपग्रेड करना चाहता है, उन्होंने कहा।

इस आयोजन में 7,000 वर्गमीटर में फैले 350 से अधिक स्टॉल होंगे , जो स्वचालित और आईटी सहायता प्राप्त प्रौद्योगिकी और मूल्यवर्धन के लिए ऊर्जा-कुशल प्रणालियों पर आधारित उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रदर्शन करेंगे। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी सत्र भी होंगे।

प्रतिनिधियों में भारत और उससे संबंधित फर्मों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्य संबंधित क्षेत्रों के समुद्री खाद्य प्रसंस्करणकर्ता, खरीदार और हितधारक शामिल होंगे। समुद्री खाद्य प्रसंस्करण और मूल्यवर्धन के क्षेत्र में आपसी गठजोड़ पर ध्यान केंद्रित करने वाले देशों के खरीदार प्रतिनिधिमंडलों की भी योजना है।

प्रेस मीट में डॉ एम कार्तिकेयन , निदेशक, एमपीईडीए, श्री के एस प्रदीप , सचिव, एमपीईडीए, श्री राजश्री बनर्जी , क्षेत्रीय अध्यक्ष, एसईएआई, पश्चिम बंगाल और एमपीईडीए के वरिष्ठ अधिकारी एवं एसईएआई के क्षेत्रीय अध्यक्ष और पदाधिकारी मौजूद थे।

2021-22 के दौरान, भारत ने 7.76 बिलियन अमेरिकी डॉलर के 13,69,264 टन समुद्री उत्पादों का निर्यात किया, जो मूल्य के हिसाब से अब तक का सबसे अधिक निर्यात दर्ज किया, जबकि श्रिम्प का उत्पादन एक मिलियन मीट्रिक टन को पार कर गया । एक बहुआयामी कार्यनीति के साथ, कैप्चर मत्स्य पालन और जलकृषि को बढ़ावा देने की बात करें तो निर्यात कारोबार अगले पांच वर्षों 15 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुँचने की संभावना है। चिरस्थाई मत्स्य पालन  विधि , मूल्यवर्धन और विविधीकरण के माध्यम से जलकृषि उत्पादन में वृद्धि  का  निर्यात के लिए निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्य का समर्थन करने की उम्मीद है।

आईआईएसएस 2023 के लिए पंजीकरण वेबसाइट www.indianseafoodexpo.com पर किया जा सकता है , जो अब स्टालों और प्रतिनिधियों के ऑनलाइन पंजीकरण के लिए खुला है।

विस्तृत जानकारी और पूछताछ केलिए एमपीईडीए के पनम्पिल्ली नगर, कोच्ची के बाज़ार संवर्धन अनुभाग से फोन + 914842321722 या iiss@mpeda.gov.in, pub@mpeda.gov.in में ई – मेल       पर संपर्क करें।  

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