जेनरोबोटिक्स को वैश्विक एआई शिखर सम्मेलन में शीर्ष तीन भारतीय स्टार्टअप्स में चुना गया

जी गेटर रोबोटिक टेक्नोलॉजी ने नई दिल्ली में हुए जीपीएआई शिखर सम्मेलन में पुरस्कार जीता
New Delhi / December 16, 2023

नई दिल्ली, 16 दिसंबर: सामाजिक बदलाव के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर प्रशंसित केरल स्थित स्टार्टअप जेनरोबोटिक्स को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी
मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कृत्रिम
बुद्धिमत्ता पर वैश्विक भागीदारी शिखर सम्मेलन-जीपीएआई) शिखर सम्मेलन 2023 में भारत
के शीर्ष तीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) स्टार्टअप में चुना गया है। ।


जेनरोबोटिक की जी-गेटर रोबोटिक टेक्नोलॉजी ने 12 से 14 दिसंबर को भारत मंडपम में आयोजित
शिखर सम्मेलन में जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, 'एआई गेमचेंजर्स' श्रेणी में
पुरस्कार जीता।


इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी (इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी) मंत्रालय के सचिव श्री एस
कृष्णन ने जेनरोबोटिक्स मेडिकल और मोबिलिटी के क्षेत्रीय निदेशक श्री अफसल मुत्तिक्कल और
क्षेत्रीय व्यवसाय विकास प्रबंधक (रीजनल बिजनेस डेवलप्मेंट मैनेजर) श्री अरुण डोमिनिक को
पुरस्कार प्रदान किया। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव श्री
अभिषेक सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे।


जेनरोबोटिक्स को एक उन्नत एआई-संचालित रोबोटिक गेट ट्रेनर—जी गेटर विकसित करने के
लिए स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्ट नवाचार के लिए सम्मानित किया गया था। जी गेटर स्ट्रोक, रीढ़ की
हड्डी की चोट, दुर्घटनाओं, पार्किंसंस रोग और इसी तरह की स्थितियों के कारण गतिशीलता खो चुके
लोगों को दूसरों पर न्यूनतम निर्भरता के साथ तेजी से ठीक होने के लिए प्रशिक्षित करता है।
श्री अफसल मुत्तिक्कल ने कहा कि यह प्रतिष्ठित सम्मान जेनरोबोटिक्स को प्रौद्योगिकी-संचालित
उत्पादों को विकसित करने के समर्पित प्रयासों द्वारा आगे की यात्रा में प्रेरित करेगा जो सीमित
गतिशीलता वाले रोगियों के लिए विश्व स्तरीय न्यूरो-पुनर्वास उपचार सुनिश्चित करता है।
उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में जी गेटर एक सबसे प्रभावी उपकरण साबित हुआ है जो विभिन्न
स्थितियों के कारण गतिशीलता खो चुके व्यक्तियों के पुनर्वास में मदद करता है।

श्री मुत्तिक्कल ने कहा,“पारंपरिक फिजियोथेरेपी उपचारों के विपरीत, जो कई वर्षों तक चल सकते हैं,
जी गेटर, एआई और अत्याधुनिक रोबोटिक तकनीक के समावेश के माध्यम से, जल्दी स्वस्थ होने
में मदद करता है। जेनरोबोटिक्स ने इस साल जुलाई की शुरुआत में जी गेटर के लिए मेडिकल मेड
इन इंडिया इनोवेशन 2023 गोल्डन अवार्ड भी हासिल किया था।''
जेनरोबोटिक्स वर्तमान में अपने भौतिक चिकित्सा और पुनर्वास विभागों में जी गेटर रोबोटिक गेट
ट्रेनर का प्रभावी रूप से इस्तेमाल करने के लिए एस्टर सहित भारत में प्रमुख अस्पताल श्रृंखलाओं
के साथ सहयोग कर रहा है।


इस तकनीक को चिकित्सा उपकरणों, सौंदर्य प्रसाधनों और फार्मास्यूटिकल्स के लिए राष्ट्रीय
नियामक, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की मंजूरी प्राप्त है।


हाल ही में, राज्य की राजधानी में जनरल अस्पताल जी गेटर का इस्तेमाल करने वाला देश का
पहला सरकारी अस्पताल बन गया है। राज्य सरकार कोझिकोड, त्रिशूर और कोट्टायम में अपने
मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में जी गेटर स्थापित करने की भी योजना बना रही है।
एस्टर ग्रुप द्वारा केरल के अपने अस्पतालों में पहले से ही स्थापित जी गेटर को सीमित गतिशीलता
वाले रोगियों के पुनर्वास में रोबोटिक तकनीक के उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में
देखा जाता है।

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