रूसी शिपयार्ड ने एलएनजीटैंकरों के निर्माण में भागीदार बनने के लिए भारतीय एसएमई को चुना

क्रास्नीडिफेंस ने चीनी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद यह डील हासिल की
Mumbai / December 15, 2023

मुंबई, 15 दिसंबर: एक प्रमुख सेवा निर्यात सौदे (डील) में, भारतीय एसएमई कंपनी, क्रास्नीडिफेंसटेक्नोलॉजीस लिमिटेड ने शिपयार्ड द्वारा बनाए जा रहे दो आइस-क्लास एलएनजीटैंकरों के लिएइलेक्ट्रिकलआउटफिटिंग के लिए रूस के सबसे बड़े वाणिज्यिक जहाज निर्माण यार्डज़्वेज़्दाशिपबिल्डिंगकॉम्प्लेक्स (एसएसकेज़्वेज़्दा) के साथ 100 करोड़ रुपये की डील की है।

दो साल की निष्पादन अवधि वाले अनुबंध पर व्लादिवोस्टॉक में रूसी राष्ट्रपति श्री व्लादिमीरपुतिन की अध्यक्षता में ईस्टर्नइकोनॉमिक फोरम की हाल ही में संपन्न हुई बैठक के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे।

मुंबई स्थित क्रास्नीडिफेंसटेक्नोलॉजीस लिमिटेड ने चीनी कंपनियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच यह अनुबंध हासिल किया, जो पहले से ही एसएसकेज़्वेज़्दा में कई परियोजनाओं को क्रियान्वित कर रही है।

अनुबंध पर एलएलसीज़्वेज़्दाशिपबिल्डिंगकॉम्प्लेक्स के जनरल डायरेक्टर श्री त्सेल्युयिकोसर्जीइवानोविच और कमांडर (डॉ.) वी.जी. जयप्रकासन, (सेवानिवृत्त), अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, क्रास्नीडिफेंसटेक्नोलॉजीस लिमिटेड ने हस्ताक्षर किए।

परियोजना के प्रभावी स्थानीय प्रबंधन और प्रशासनिक नियंत्रण के लिए, क्रास्नीने बोल्शोईकामेन के उन्नत एडवांसडस्पेशलईकोऩॉमिक जोन (विशेष आर्थिक क्षेत्र-(एएसईजेड) में एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी "क्रास्नीकामेनएलएलसी" को निगमित किया है।

क्रास्नी, रक्षा क्षेत्र का एक प्रमुख लघु और मध्यम आकार का उद्यम (एसएमई) है, जो भारतीय नौसेना की रूसी मूल की परिसंपत्तियों के लाइफ साइकिल सपोर्ट (जीवन चक्र समर्थन), उपकरणों की मरम्मत और रखरखाव के साथ-साथ आयात के विनिर्माण विकल्पोंसे लेकर कई गतिविधियों में शामिल है। कंपनी नए निर्माण जहाजों को तैयार करने के अलावा तटरक्षक जहाजों की मरम्मत भी करती है।

कमांडर (डॉ.) वी.जी. जयप्रकासन (सेवानिवृत्त) द्वारा स्थापित, क्रास्नीने तीन दशकों में रूसी सैन्य उद्योग के साथ एक विश्वसनीय भारतीय भागीदार के रूप में एक पुख्ता पहचान और प्रतिष्ठा  बनाई है। इसे भारत-रूस सैन्य तकनीकी सहयोग में प्रथम अन्वेषक निजी क्षेत्र का अग्रणी होने का श्रेय दिया जाता है और यह रूसी सैन्य प्रौद्योगिकी से जुड़े "मेक इन इंडिया" कार्यक्रम में अग्रणी भूमिका निभा रही है।

रूस के सबसे बड़े शिपयार्डएसएसकेज़्वेज़्दा की ऑर्डर बुक अगले 10 वर्षों और उससे आगे के लिए भरी हुई है।कमांडर (डॉ.) वीजीजयप्रकासन (सेवानिवृत्त) ने कहा, “क्रास्नीइस विशाल, आधुनिक और समृद्ध शिपयार्ड के एक विश्वसनीय और भरोसेमंद भागीदार होने की दीर्घकालिक रचनात्मक भूमिका निभाने की इच्छा रखता है। रूसी संघ के सुदूर पूर्वी क्षेत्र में जहाज निर्माण और अन्य वाणिज्यिक गतिविधियों में कंपनी की भागीदारी से इंजीनियरों और तकनीशियनों के कुशल भारतीय कार्यबल के लिए रोजगार के अवसर खुलने की उम्मीद है।”

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