वित्तवर्ष 2022-23 मेंभारतकासमुद्रीखाद्यनिर्यात 8 बिलियनअमेरिकीडॉलरकेकरीबपहुंचनेकीसंभावना

Kochi / February 13, 2023

कोच्चि, फरवरी 13: महामारी,तीनसालतकधीमागतिसेचलनेवालावैश्विकबाजार, लोजिस्टिकबाधाओंऔरश्रिम्पखेपोंकेकड़ेनिरीक्षणकेबावजूद, भारतके समुद्रीखाद्यनिर्यातकीवित्तवर्ष 2022-23 मेंअबतककेसबसेउच्चस्तर 8 बिलियनअमेरिकीडॉलरतकपहुंचनेकीसंभावनाहै।

 उप-योजना, प्रधानमंत्रीमत्स्यकिसानसमृद्धिसह-योजना (पीएम-एमकेएसएसवाई) केलिए 6,000 करोड़रुपयेकेबजटीयप्रावधानसेप्राथमिकमछलीउत्पादनकोबढ़ावामिलेगाऔरइसतरहनिर्यातकेलिएमछलीकीउपलब्धताभीबढ़ेगी।संस्थागतवित्तप्राप्तहोनेसेमछुआरों, मछलीविक्रेताओंऔरसूक्ष्मऔरलघुउद्यमियोंकीगतिविधियोंकोबढ़ावामिलेगा, मूल्यश्रृंखलाक्षमतामेंसुधारहोगाऔरबाजारकाविस्तारहोगा। 

 समुद्रीउत्पादनिर्यातविकासप्राधिकरण (एमपीईडीए) केअध्यक्षश्रीडीवीस्वामीनेकहा, “हममछलीपकड़नेकेचिरस्थायीतरीकों, मूल्यसंवर्धन, विविधीकरणकेमाध्यमसेजलकृषिउत्पादनमेंवृद्धिऔरनएबाजारों के  बड़ेपैमानेपरलाभउठानेपरआधारितएकबहुस्तरीय कार्य नीतिकेमाध्यमसेनईऊंचाइयोंकोप्राप्तकरनेकेलेकरआशावादीहैं।"

 इसकेअलावा, फिशलिपिडऑयल, फिशमील (भोजन) (मत्स्यचूर्ण), क्रिल्लमील, मिनरलऔरविटामिनप्रीमिक्सजैसीसामग्रीपर, जिनकाउपयोगजलीयभोजनकोनिर्मितकरनेकेलियाजाताहै, सीमाशुल्कमेंकटौती, उत्पादनलागतकोकमकरनेमेंमददकरेगा।इससे जलकृषि उद्योगकेसभीहितधारकोंकोप्रतिस्पर्धाबढ़तमेंमददमिलेगी। 

 

 वित्तवर्ष 2022-23 मेंनिर्यातकोबढ़ावादेनेकीकार्यनीतिकेतहतएमपीईडीएनेजापान, चीन, रूस, ब्रिटेन, वियतनाम, जर्मनी, मलेशिया, दक्षिणकोरिया, ओमान, सिंगापुरऔरस्पेनकेसाथलगभग 40 वर्चुअलक्रेता-विक्रेताबैठकें (वीबीएसएम) आयोजितकीहैं। 2021-22 मेंएमपीईडीएने 21 देशोंमें 39 वीबीएसएमकाआयोजनकिया। 

  इसनेप्रमुखसीफूडशोमेंप्रत्यक्षयावर्चुअलरूपसेभागलिया।जिनमेंसेकुछनामहैं— बार्सिलोनामेंसीफूडएक्सपोग्लोबल (एसईजी), जापानइंटरनेशनलसीफूडएंडटेक्नोलॉजीएक्सपो, टोक्यो, फिशइंटरनेशनलब्रेमेन, जर्मनी, सीफूडएक्सपोएशिया, सिंगापुर, वर्ल्डफूडमॉस्को, रूस, औरदक्षिणकोरियामेंबुसानइंटरनेशनलसीफूडवफिशरीजएक्सपो (बीआईएसएफई)।

 एमपीईडीएनेभारतीयसमुद्रीखाद्यकेदूसरेसबसेबड़ेआयातकचीनमेंसमुद्रीखाद्यबाजारपरशोधकिया, जबकिसीआईएस (स्वतंत्रराज्योंकेराष्ट्रमंडल), मध्यपूर्वऔरदक्षिणपूर्वएशियाकेदेशोंकेलिएइसीतरहकेअध्ययनकीयोजनाबनाईगईहै।

समुद्रीखाद्यउद्योगमेंनवीनतमविकासपरजानकारीएकत्रऔरव्यापारमेंसुधारकरनेकेलिएविदेशीबाजारमेंविभिन्नभारतीयसमुद्रीखाद्यउत्पादोंकोप्रदर्शितकरनेकेलिएफरवरी-अप्रैलकेदौरानगल्फूड, एसईएनएबोस्टनऔरएसईजीबार्सिलोनाजैसेआगामीव्यापारमेलोंमेंभागलेनेकेलिएभीयोजनाएंबनाईगईहैं।

 श्रीस्वामीनेकहाकियहदेखतेहुएकिभारतमेंऐसीकईप्रसंस्करणइकाइयांहैंजोसमुद्रीखाद्यप्रसंस्करणमेंअत्याधुनिकतकनीकअपनारहीहैं, इससेदेशमशीनबनानेवालेनिर्माताओं, आपूर्तिकर्ताओंऔरप्रमाणननिकायोंकेलिएसबसेआकर्षकबाजारबनगयाहै। 

 निर्यातकोबढ़ावादेनेवालेअन्य चरणों  कोसूचीबद्धकरतेहुए, उन्होंनेकहाकिएमपीईडीएकीप्रौद्योगिकीमानकीकरणऔरहस्तांतरणशाखा, राजीवगांधीसेंटरफॉरएक्वाकल्चर (आरजीसीए), पेनियसमोनोडॉन (टाइगरप्रॉन) केब्रूडस्टॉकगुणनकेंद्र (बीएमसी) कोस्थापितकरनेकीप्रयोगात्मकपरियोजनाभीबनारहाहै।इसेमत्स्यविभागकीसहायतासेविशाखापत्तनममेंअंडमानऔरनिकोबारद्वीपसमूहसेस्थापितकियागयाहै।यहआंध्रप्रदेशकेकृष्णाजिलेकेमणिकोंडागांवमेंजीआईएफटीतिलापियाफिशप्रोजेक्टऔरअनुसंधानइकाईभीस्थापितकररहाहै।

 इसकेअलावा, एमपीईडीए-आरजीसीएकेतहतचेन्नईमेंकार्यरतकेंद्रीयसंगरोधकेंद्र, आयातितएल.वन्नामेईश्रिम्पब्रूडस्टॉकमेंरोगजनकोंकीजांचकररहाहै।किसानोंऔरनिर्यातकोंकोजोड़नेवालावर्चुअलकॉमर्सप्लेटफॉर्मई-सांतालॉन्चकरनेकेअलावा, एमपीईडीएअवशिष्टमुक्तश्रिम्पकेलिए ‘शफरी’ (SHAPHARI) प्रमाणन (बेहतरजलकृषिप्रणालियोंकेलिएएक्वाफार्मपरलागू) भीप्रदानकररहाहै। 

 उन्होंनेकहा, "एमपीईडीएनिर्यातलक्ष्यहासिलकरनेकेलिएसमुद्रीखाद्यकेउत्पादन, मूल्यवर्धनऔरबाजारकोबढ़ावादेनेकेलिएआवश्यकमध्यस्थताकररहाहै।भारतीयसमुद्रीखाद्यकेब्रांड, गुणवत्ताऔरप्रतिस्पर्धात्मकताकोसुदृढ़करनेऔरलदान (शिपमेंट), विशेषकरयूरोपऔरजापानकेबाजारोंमें, कमसेकमनामंजूरकियाजाए, केलिएऐसाकदमअनिवार्यहोगयाहै।” 

 2021-22 केदौरान, भारतने 7.76 बिलियनअमेरिकीडॉलर (575.86 बिलियनरुपये) मूल्यके 13,69,264 टनसमुद्रीउत्पादोंकानिर्यातकिया, जोमूल्यकेहिसाबसेअबतककासबसेअधिकनिर्यातहै।जबकिश्रिम्पकाउत्पादनएकमिलियनमीट्रिकटनकोपारकरगया, जोवैश्विकश्रिम्पव्यापारकालगभग 21 प्रतिशतहिस्साहै।फ्रोजनश्रिम्पमात्राऔरमूल्यकेलिहाजसेप्रमुखनिर्यातवस्तुरही, जिसकीमात्रामें 53 प्रतिशतऔरकुलराजस्वमें 75 प्रतिशतकीहिस्सेदारीहै।

 अमेरिकीडॉलरकेसंदर्भमें 43.45 प्रतिशतहिस्सेदारीकेसाथसंयुक्तराज्यअमेरिकासबसेबड़ाबाजारथा, इसकेबादचीन (15.14 प्रतिशत), यूरोप (14.98 प्रतिशत) औरदक्षिणपूर्वएशिया (10.04 प्रतिशत) थे।

 

Photo Gallery