भारतकैंसरजैसीगंभीर बीमारियोंकीविनाशकारी लहर कासामनाकरेगा: अमेरिका निवासी ऑन्कोलॉजिस्ट वैक्सीन, लिक्विड बायोप्सी, एआईइससदीमेंकैंसरकीदेखभालकोनयाआकारदेगा

भारतकैंसरजैसीगंभीर बीमारियोंकीविनाशकारी लहर कासामनाकरेगा: अमेरिका निवासी ऑन्कोलॉजिस्ट वैक्सीन, लिक्विड बायोप्सी, एआईइससदीमेंकैंसरकीदेखभालकोनयाआकारदेगा
Trivandrum / January 18, 2023

तिरुवनंतपुरम, 18जनवरी: एकजाने-मानेऑन्कोलॉजिस्टनेचेतावनीदीहै किवैश्वीकरण, लोगों की आय में होती बढ़ोतरी, बढ़तीआबादीऔरबदलतीजीवनशैलीकेकारणभारतकोकैंसरजैसीगंभीर बीमारियोंकीविनाशकारी लहरकासामनाकरनापड़ेगा। इस चेतावनी के बाद देशकेलिएस्वास्थ्यसे जुड़ी समस्याओंकाएकप्रभावीऔरकिफायतीतरीकेसे रोकथाम करने से प्रौद्योगिकी-संचालितचिकित्सातकनीकोंकोअपनानाअनिवार्यहोगयाहै।

 हेमटोलॉजीऔरमेडिकलऑन्कोलॉजीविभाग, क्लीवलैंडक्लिनिक, ओहियो, अमेरिकाकेअध्यक्षडॉ. जैमअब्राहमका कहना है कि रोकथामऔरउपचारकेलिएकैंसरकेवैक्सीन, आर्टिफिशियलइंटेलिजेंसऔरडेटाडिजिटलतकनीककाविस्तार, औरलिक्विड बायोप्सी(एक तरह की रक्त जांच विधि) सेकैंसरकानिदानउनछहतरीकों मेंशामिलहैं, जोइससदीमेंकैंसरकीदेखभालकोनयारूपदेंगे।

 मनोरमाईयरबुक 2023 केएकलेखमेंडॉ. अब्राहमबतातेहैंकिअन्यतीनतरीकोंमेंजीनोमिकप्रोफाइलिंगकाउपयोग, जीनएडिटिंगतकनीकोंकाविकासऔरअगलीपीढ़ीकीइम्युनोथैरेपीऔरसीएआरटीसेलथेरेपीशामिलहैं।

“डिजिटलप्रौद्योगिकी, सूचनाप्रौद्योगिकीऔरटेलीहेल्थरोगियोंऔर चिकित्साविशेषज्ञोंकेबीचकीखाईकोकमकरेंगे।यहसंभावितरूपसेहमारेदेशकेदूर-दराजकेहिस्सोंमेंविशेषज्ञोंकीदेखभालकीउपलब्धताकोभीबढ़ाएगा। इससे गांवों तक पहुंचना भी संभव होगा, जहांहमारीअधिकांशआबादीरहतीहै," कहना है प्रतिष्ठितऑन्कोलॉजिस्टका।

 डॉ. अब्राहमकहतेहैं कि भारतके लिएसबसेबड़ीचुनौतीयहहोगीकिजबयेप्रौद्योगिकियांकैंसरकीदेखभालमेंक्रांतिलारहीहोंगी तोउसे यह ध्यान रखना होगा कि इन्हें कैसे अपनेलाखोंलोगोंकेलिएसस्ताऔरसुलभबनायाजाए।

 ग्लोबोकैनकेअनुमानोंकेअनुसार, दुनियाभरमेंकैंसरके मामले 2040 में284 लाख होनेकीउम्मीदहै, जोजनसांख्यिकीयपरिवर्तनोंकेकारण2020 से47 प्रतिशत अधिकहै।यह प्रतिशतवैश्वीकरणऔरअर्थव्यवस्थामें होने वाली बढ़ोतरी सेजुड़ेजोखिमकारकोंमेंवृद्धिसेऔर भी बढ़सकताहै।

2020मेंदुनियाभरमेंअनुमानित193 लाख नएकैंसरकेमामलेआए औरलगभग100 लाख कैंसरसेमौतेंहुईं।एक रिपोर्ट के अनुसार फेफड़ोंकाकैंसरजोसबसेअधिकहोने वालाकैंसरहै, के आंकड़ों को महिलास्तनकैंसरने पारकरलियाहै, जबकिफेफड़ोंकाकैंसर,अनुमानित18 लाख मौतोंकेसाथ (18प्रतिशत),कैंसरसेहोनेवालीमौतोंकाप्रमुखकारणबनाहुआहै, केबादकोलोरेक्टल (9.4प्रतिशत), लिवर (8.3प्रतिशत), पेट (7.7प्रतिशत), औरमहिलास्तन (6.9 प्रतिशत) कैंसर से मौतें होती हैं।

 डॉ. अब्राहमकामाननाहैकिकैंसरकीवैक्सीनशोधका एक ऐसा रुचिकर क्षेत्रहै, जिसमेंविभिन्नप्रकारकेकैंसरकेखिलाफलोगोंकोप्रतिरक्षितकरनेकीक्षमताहै।शोधकर्ताओंनेआश्चर्यजनकरूपसेसफलएमआरएनएकोविड-19 वैक्सीनविकसितकिएहैं।सच तो यहहैकिएमआरएनए-आधारितकैंसरउपचारवैक्सीन काएकदशकसेभीअधिकसमयतकछोटेपरीक्षणोंमेंपरीक्षणकियाजाता रहा है, जिसके कुछआशाजनकप्रारंभिकपरिणामदेखने को भी मिले हैं।वह कहते हैं, "इस समय क्लीवलैंडक्लिनिकमें, हमारीटीमअत्यंत खतरे वालेस्तनकैंसरके लिएकैंसरकेवैक्सीनकाक्लीनिकल ट्रायल टेस्टिंग कररहीहै।"

अत्याधुनिकतकनीकोंकीभूमिकापरप्रकाशडालतेहुए, उनकाकहनाहैकिआर्टिफिशियलइंटेलिजेंस (एआई) काउपयोगकरनेवालेकंप्यूटर,बायोप्सीमेंसामान्यसेअसामान्यकरीकोंमेंभिन्नताकोपहचानसकतेहैं। यह प्रणाली मानवआंखोंकीतुलनामेंकहींअधिकसटीकहै।येप्रौद्योगिकियों मेंरेडियोलॉजिस्टऔरपैथोलॉजिस्टकेअधिककुशलऔरएकदम सही व उपयुक्तहोनेकीजरूरत होगी।

 असामान्यजीनकापतालगानेकेलिएकमउम्रमेंजेनेटिकप्रोफाइलिंगयापरीक्षणसेस्तनऔरपेटकेकैंसरकाशुरुआतीचरणमेंपतालगायाजासकताहै।वह कहते हैं, "एकअत्याधुनिकसमाजमें, बहुत ज्यादाजोखिमकीपहचानकरनेऔरविशेषरूपसेकैंसरकोशिकाओंकोमारनेकेलिएलक्षितउपचारखोजनेकेलिएजीनोमिकपरीक्षणकाव्यापकरूपसेउपयोगकियाजाएगा, जैसेरक्तचापयाकोलेस्ट्रॉलकीनिगरानीकरना।जनसंख्यायाबहुत ज्यादाजोखिमवालेव्यक्तियोंमेंपरीक्षणकरनेसेडॉक्टरोंकोकैंसरहोनेसेपहलेही उसका निदान करने का अवसर मिल जाएगा।"

 इस बात पर प्रकाश डालते हुए किस्कैन, मैमोग्राम, कोलोनोस्कोपीयापैपस्मीयरवर्तमानमेंकैंसरकेनिदानकेलिएउपयोगकिएजातेहैं, डॉ.अब्राहमकहतेहैंकिजबतकट्यूमरकापताचलताहै, तबतकबहुतदेरहोसकतीहै। "इसलिए, उपचारके तुरंत क्रियाशील होनेकीजरूरतहै, ताकि सफलता प्राप्त की जा सके।इससेपहलेकिस्कैनद्वाराकैंसर कापतालगायाजासकेयायहएकगांठयाअल्सरकेरूपमेंदिखाई दे, उभरतीलिक्विडबायोप्सीप्रौद्योगिकियांरक्तकीएकबूंदसेकैंसरकापतालगानेमेंमददकरेंगी।

जीनोमयाजीनएडीटिंगअनुसंधानकाएकक्षेत्रहैजोजीवितजीवोंकेजीनमें सुधार औरआनुवंशिकयास्वतः होने वालीबीमारियोंकेइलाजकेलिएइसकाउपयोगकरनेकीपैरवी करताहै।जीनथेरेपीसेकैंसर, सिस्टिकफाइब्रोसिस, हृदयरोग, मधुमेह, हीमोफिलिया, सिक्लसेलरोगऔरएड्सकेइलाजसंभव है।

कैंसरकेउपचारमेंइम्यूनोथैरेपीएक और पद्धति है, जोकीमोथेरेपीकेसाथ,कईमामलोंमेंट्यूमरकोपूरीतरहसेगायबकरनेमेंसक्षमहुईहै।यहअबदुनियाकेकईहिस्सोंमेंवर्तमानमेंएकप्रचलित व मानकउपचारहै।वैज्ञानिकसीएआरटीसेलथेरेपीकाभीउपयोगकररहेहैं, जिसमेंटीकोशिकाओंकोरोगीकेरक्तसेअलगकियाजाताहैऔरविशेषरूपसेकैंसरकोशिकाओंपरहमलाकरनेकेलिएप्रयोगशालामेंतैयारकियाजाताहै।

डॉ. अब्राहमसतर्क करते हुए कहते हैं, "जबहमकैंसरकोरोकनेऔरउसकाइलाजकरनेकेलिएनईतकनीकोंकाविकासकरतेहैं, तोहमअपनाध्यानकैंसरकीरोकथामसे हटानहींसकतेहैं।कैंसरकेसबसेआमकारणअभीभीतम्बाकू, शराब, आहारऔरसंक्रमणहैं।इसलिए तंबाकूऔरशराबनियंत्रणकेलिएबनाई जाने वाली नीतियां,राष्ट्रीयप्राथमिकताहोनीचाहिए।"

 

 

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